प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावो की पोल खोलते डेंगू के आंकड़े
आंकड़े बताते हैं, कि प्रदेश में लगभग 2300 डेंगू मरीज़ हुए चिन्हित
मंदसौर। शुक्रवार की शाम तक कोई 45 से अधिक नये डेंगू पीड़ित चिन्हित हुए । जिले का आंकड़ा बढ़कर 800 पार पहुंच गया है । जो प्रदेश के 52 जिलों में सर्वाधिक है । आमजन की चिंता बढ़ती जारही है । जिला अस्पताल में रोगियों को भर्ती होने में परेशानी आरही है ।
आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में डेंगू मरीज़ लगभग 2300 चिन्हित हुए हैं
जबकि मंदसौर जिले में यह संख्या 825 पहुंच रही है । महानगरों जबलपुर में
300 + , तो रतलाम में 230 + , भोपाल में 150 + , इंदौर में 100 + रोगी मिले
हैं ।
मंदसौर में प्रतिदिन प्रकोप बढ़ रहा । प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावों
के इतर समस्या विकराल होरही । भोपाल से आई तीन सदस्यों के विशेषज्ञ दल ने
नियंत्रण और रोकथाम के उपायों को नाकाफ़ी बताया है ।
डेंगू बुखार के मरीजों की चिकित्सा में भी कठिनाई सामने आई है । जिले के
भर्ती मरीजों के लिये औसतन 75 से 85 लोगों को त्वरित उपचार के लिये 100
यूनिट ब्लड प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ रही है , इसकी तुलना में जिला अस्पताल
की मशीन से लगभग 50 – 55 यूनिट प्लेटलेट्स मिल पा रहे हैं । भर्ती रोगियों
के अटेंडेंट अपने स्रोतों से मनमानी राशि चुकाकर झालावाड़ , कोटा , उदयपुर ,
इंदौर आदि स्थानों से ब्लड प्लेटलेट्स जुटा रहे हैं ।
इस जद्दोजहद के बीच जिला अस्पताल में ब्लड खरीद – बिक्री भी उजागर हुई ।अस्पताल में डेंगू प्रकोप को देखते हुए और बढ़ी ब्लड की मांग होने से रक्तदाताओं की भी भीड़ उमड़ रही है
जिला अस्पताल में लगभग 500 बेड हैं , रोगियों की संख्या बढ़ने से अतिरिक्त साधन जुटाए हैं । ओपीडी में औसतन 300 – 400 मरीज़ आते हैं वह आंकड़ा भी बढ़कर डेंगू व मौसमी बीमारियों को लेकर एक हजार पार पहुंच गया है । चिकित्सकों की व अन्य उपलब्ध स्टॉफ की कमी के चलते काम का अतिरिक्त दबाव भी बढ़ गया है ।
नवागत कलेक्टर गौतमसिंह ने जिला शान्ति समिति की मीटिंग उपरांत पहला काम
जिला चिकित्सालय पहुंच कर किया और हालातों को देखा , भर्ती मरीजों और
परिजनों से बात की । जरूरी व्यवस्था के निर्देश सिविल सर्जन और जिला
स्वास्थ्य अधिकारी को दिये ।
कलेक्टर श्री सिंह ने माना कि जिले में डेंगू प्रकोप तेज़ है । नियंत्रण और
रोकथाम के लिये महाअभियान शुरू कर रहे हैं । सात विशेष दल गठित किये जो
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर जिले को डेंगू मुक्त करेंगे ।
शुक्रवार को दिल्ली से लौटे सांसद सुधीर गुप्ता ने जिला मुख्यालय पर हुई जिला विकास , समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में डेंगू प्रकोप की चर्चा की और विभिन्न विभागों व अन्य को तत्काल नियंत्रण किये जाने के निर्देश दिये । नगरपालिका व जिले की नगर पंचायतों के लिये सी ई ओ जिला पंचायत कुमार सत्यम को जरूरी कदम उठाने का बताया ।
कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप वैक्सीनेशन लगातार होने से नियंत्रित हुआ
है तो डेंगू और मौसमी बीमारियों से मंदसौर , सीतामऊ , पिपलिया , मल्हारगढ़ ,
सुवासरा , शामगढ़ , भानपुरा आदि स्थानों पर भारी परेशानियों का सामना करना
पड़ रहा है ।
0 Response to "प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावो की पोल खोलते डेंगू के आंकड़े "
एक टिप्पणी भेजें