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बिजली कंपनी के रिएक्टर में लगी आग, चारो और धुंआ ही धुंआ
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बिजली कंपनी के रिएक्टर में लगी आग, चारो और धुंआ ही धुंआ

 

                                       फोम की मदद से पांच घंटे में आग पर पाया काबू 

                                        

डेस्क रिपोर्ट । खंडवा रोड पर पावर ट्रांसमिशन कंपनी की बिजली ग्रिड में देर रात आग भड़क गई। रात एक बजे बाद लगी आग पर काबू पाने के लिए कंपनी के कर्मचारियों ने कोशिश की इस बीच फायर ब्रिगेड को खबर दी गई। फायर बिग्रेड के दल ने फोम की मदद से पांच घंटे में आग पर काबू पाया। गनीमत रही की आग की चपेट में पुराना रिएक्टर आया था इसलिए बिजली ट्रांसमिशन में किसी तरह की बाधा नहीं आई।

मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अधीक्षण यंत्री दीपक जोशी के अनुसार खंडवा रोड पर बनी 400 केवी की ग्रिड का एक रिएक्टर आग की चपेट में आया। रिएक्टर पुराना था और सारणी पावर जेनरेशन से आने वाली बिजली के ट्रांसमिशन में काम आता था। इंदिरा सागर परियोजना से आपूर्ति शुरू होने के बाद नया रिएक्टर लग चुका था।

अधीक्षण यंत्री के अनुसार इसलिए पुराने रिएक्टर की आग से बिजली की आपूर्ति में किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं हुई। हालांकि पुराना रिएक्टर जलकर खत्म हो चुका है।ट्रांसमिशन कंपनी के अनुसार लाइनें जो क्षतिग्रस्त हुई उसका सुधार पूरा कर लिया गया है। खत्म हुए रिएक्टर की जगह नया लगेगा या नहीं यह ऊपर से तय किया जाएगा।

ट्रांसमिशन कंपनी के अनुसार क्योंकि आग बिजली ग्रिड में थी इसलिए पानी से नहीं बुझाया जा सकता था। फायर ब्रिगेड फोम के साथ करीब 15 मिनट में पहुंच गई थी।तत्परता से आग बुझाने की कार्रवाई भी की गई। दूसरी ग्रिड में आग फैलने का खतरा इसलिए नहीं था क्योंकि पहले से ही दो ग्रिडों के बीच सुरक्षा के लिए फायर वाल बनाई जाती है। जो आग को फैलने से रोक लेती है।

इधर फायर ब्रिगेड के दल के अनुसार रिएक्टर का आइल गर्म होकर जलने से आग लगी। जो रिएक्टर जला उसकी कीमत 4 करोड़ बताई जा रही है। आग बुझाने में 50 हजार लीटर फोम और डेढ़ लाख लीटर पानी का उपयोग किया गया।

 


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